नवजात बच्चे के साथ घटित घटना,मानव जाति को कलंकित करने का प्रयास
सिमडेगा:- कोलेबिरा क्षेत्र अन्तर्गत नवजात बच्चों के साथ हुई घटना की जांच जिला बाल संरक्षण इकाई की प्रधान जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्रीमती रेणु बाला ने कोलेबिरा थाना पहुंच थाना प्रभारी रामेश्वर भगत से मामले की छान-बीन की। मेडिसिन के कार्टुन साथ बच्चे को जब्त करते हुए अग्रेतर दोषियों को सजा दिलाने की कार्रवाई की जा रही है। कार्टुन की जांच तथा 2 फरवरी को अस्पताल में जन्मे बच्चों की भी जांच की जा रही है। दो और तीन फरवरी के काॅल डैम की भी जांच की जा रही है। थाना प्रभारी ने कहा कि पुलिस प्रशासन तत्परता से मामले के दोषियों को खोज निकाले गी। जिला समाज कल्याण पदाधिकारी ने मानव जीवन को कलंकित करने वाले घटना पर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया। नवजात शिशु को छत से गिराये जाने की बात से परिवार के सदस्यों ने इकार किया है। वर्तमान में शिशु का इलाज कोलकता के अस्पताल में कराया रहा है।

जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी सुमित्रा बड़ाईक ने बताया कि भविष्य में ऐसी घटना की पुर्णावृति न हो, इस ओर सख्त कदम लिये जाएंगे। ऐसी घटना न हो इसके लिए लोगों को दत्तक ग्रहण के प्रति जागरूक होने की बात कही। जिला वासियों से अपील किया कि यदि कोई ऐसा परिवार है जो बच्चे को पालने में सक्षम नहीं है तथा कोई युवती जो अनचाहे गर्भवती हो गई है और बच्चे के जन्म के बाद बच्चे को अपने पास नहीं रखना चाहती है तो ऐसे बच्चे को वे हत्या न करें, बल्कि बच्चे को बाल कल्याण समिति जो सूचना भवन संचालित है, में सुपूर्द करें, ताकि बच्चे को ऐसे माँ-बाप जिनका कोई बच्चा नहीं है उनको कानूनी रूप से दत्तक ग्रहण दिया जा सके और ऐसे बच्चों को संरक्षण दिया जाए एवं उनके उज्जवल भविष्य की कामना करें। आम-जन से आग्रह किया कि यदि उन्हे ऐसा लगता है कि उनके आस-पास ऐसी घटनाएं हो सकती है तो उसकी सूचना चाईन्डलाईन के टोल फ्री नम्बर 1098 पर दे सकते है या वन स्टाॅप सेन्टर सिमडेगा को सूचित करें। जिला समाज कल्याण पदाधिकारी ने बताया कि उपायुक्त के निर्देशानुसार मामले की जांच की जा रही है, जल्द हीं साक्ष्य आम-जन के बीच होगा।